
शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है. इसलिए इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करना विशेष रूप से फलदायी माना जाता है. शुक्रवार को किए पूजा-पाठ और व्रत आदि से घर-परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है.

हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के साथ ही शुभ समय और मुहूर्त पर भी जोर दिया गया है. क्योंकि सही समय पर किए पूजा-पाठ का ही लाभ मिलता है. इसलिए जान लीजिए कि शुक्रवार के दिन सुबह या शाम किस समय लक्ष्मी जी की पूजा करनी चाहिए.

बता दें कि आप सुबह और शाम दोनों ही समय मां लक्ष्मी का पूजन कर सकते हैं. लेकिन सुबह और शाम की पूजा विधि में थोड़ा अंतर होता है. सुबह पूजा करने के लिए सुबह 6 से 8 के बीच का समय शुभ है. पूजा के लिए सबसे पहले स्नान कर लें और फिर विधि-विधान से मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें.

मां लक्ष्मी की पूजा शाम के समय करना भी श्रेष्ठ होता है. मान्यता है कि मां लक्ष्मी की विशेष कृपा संध्याकाल में ही प्राप्त होती है. क्योंकि यह दिन और रात के संधिकाल का समय होता है, जोकि आध्यात्मिक रूप से अधिक शक्तिशाली होता है.

शाम में लक्ष्मी जी की पूजा के लिए 6:00 बजे से 7:30 का समय शुभ है. शुक्रवार के दिन शाम की पूजा में मां लक्ष्मी को कमल या गुलाबी फूल अर्पित करें और दीप जलाएं. मां को खीर का भोग जरूर लाएं.

आप नियमित पूजा-पाठ करते हैं तो सुबह के समय भी मां लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं. लेकिन विशेष पूजा के लिए शाम का समय मां लक्ष्मी का पूजन करना आदर्श समय माना जाता है. संध्याकाल में मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है.
पर प्रकाशित: 04 अप्रैल 2025 08:22 AM (IST)