पीएम मोदी पाम्बन ब्रिज उद्घाटन: रामनवमी के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (6 अप्रैल) को देश को एक बड़ी सौगात दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने आज तमिलनाडु के रामेश्वरम में नए पंबन रेल ब्रिज का उद्घाटन किया. यह भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी-ब्रिज है. प्रधानमंत्री ने 700 करोड़ रुपये की लागत से बने इस पुल का शिलान्यास साल 2019 में किया था. पंबन ब्रिज उद्घाटन के अलावा पीएम मोदी ने रामेश्वरम-तांबरम (चेन्नई) की नई रेल सेवा को भी हरी झंडी दिखाई.
तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुए इस आयोजन के मौके पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. रवि, राज्य के वित्त मंत्री थांगम थेनारसु और अन्य नेता मौजूद थे, लेकिन इस कार्यक्रम के दौरान सबकी दिलचस्पी ये जानने में थी कि आखिर प्रधानमंत्री के राज्य में आगमन पर सूबे के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन कहां थे?
आखिर कहां थे तमिलनाडु के मुख्यमंत्री?
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन राज्य के नीलगिरि जिले में आयोजित कार्यक्रमों में भाग ले रहे थे. मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा, ‘उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रामेश्वरम में होने वाले कार्यक्रम में अपनी अनुपस्थिति के बारे में पहले ही सूचित कर दिया था.’ उन्होंने कहा, ‘नीलगिरि में आयोजित पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के भाग लेने के कारण वे स्वयं उपस्थित नहीं हो पाएंगे, लेकिन इस दौरान उनके मंत्री थंगम थेनारासु और राजकन्नप्पन प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे.’
मुख्यमंत्री चाहते हैं प्रधानमंत्री से एक वादा
इसके अलावा मुख्यमंत्री स्टालिन ने यह भी कहा कि वे चाहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी तमिल भूमि और दक्षिणी राज्य में आए हैं, तो वह तमिलनाडु के लोगों से एक वादा करें कि परिसीमन प्रक्रिया के तहत इन राज्यों को किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा.
नीलगिरि में सरकारी कार्यों का उद्घाटन करने गए थे मुख्यमंत्री
सूबे के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने रविवार (6 अप्रैल) को उदगमंडलम में 494.51 करोड़ की लागत से तैयार हो चुके 1,703 सरकारी कार्यों का उद्घाटन किया. इसमें नवनिर्मित उदगमंडलम सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भी शामिल हैं. इसके साथ ही उन्होंने नीलगिरि जिले में ₹130.35 करोड़ की लागत के 56 नए परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया.