चैती नवरात्रि 2025 हिमाचल शक्ति में भक्त भीड़

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चैत्र नवरात्रि पर हिमाचल के शक्तिपीठों चांमुड़ा, बज्रेश्वरी देवी, ज्वालाजी,  चिंतपूर्णी और नैना देवी में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. चैत्र नवरात्र के पहले दिन आज 30 मार्च 2026 को हिमाचल के शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी.

चैत्र नवरात्रि पर हिमाचल के शक्तिपीठों चांमुड़ा, बज्रेश्वरी देवी, ज्वालाजी, चिंतपूर्णी और नैना देवी में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. चैत्र नवरात्र के पहले दिन आज 30 मार्च 2026 को हिमाचल के शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी.

श्री चामुंडा नंदीकेश्वर धाम, श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा श्री ज्वालामुखी मंदिरों, नैना देवी बिलासपुर और चिंतपूर्णी ऊना में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगना शुरू हो गई हैं.

श्री चामुंडा नंदीकेश्वर धाम, श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा श्री ज्वालामुखी मंदिरों, नैना देवी बिलासपुर और चिंतपूर्णी ऊना में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगना शुरू हो गई हैं.

मंदिर प्रशासन द्वारा नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं. बाहरी राज्यों के श्रद्धालु बसों, ट्रकों और दोपहिया वाहनों में दर्शनों के लिए हिमाचल पहुंच रहे हैं.

मंदिर प्रशासन द्वारा नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं. बाहरी राज्यों के श्रद्धालु बसों, ट्रकों और दोपहिया वाहनों में दर्शनों के लिए हिमाचल पहुंच रहे हैं.

विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नवरात्र के पहले दिन आरती के बाद सुबह 5:00 बजे से दर्शन शुरू हो गए. इसके बाद 8:00 बजे झंडा रस्म परंपरा निभाई गई.

विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नवरात्र के पहले दिन आरती के बाद सुबह 5:00 बजे से दर्शन शुरू हो गए. इसके बाद 8:00 बजे झंडा रस्म परंपरा निभाई गई.

ज्वाला देवी मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों और रंग बिरंगी लाइटों से नवरात्रों में विशेष रूप से सजाया गया है. मंदिर परिसर में सफाई व्यवस्था और श्रद्धालुओं को पानी पिलाने के लिए व्यवस्था के लिए 75 अतिरिक्त सेवादार रखे गए हैं. शहर में सफाई व्यवस्था के लिए 60 अतिरिक्त सफाई कर्मी मंदिर न्यास ने लगाए हैं. 50 होमगार्ड मंदिर न्यास ने शहर और मंदिर परिसर के लिए अतिरिक्त बुलाए हैं.

ज्वाला देवी मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों और रंग बिरंगी लाइटों से नवरात्रों में विशेष रूप से सजाया गया है. मंदिर परिसर में सफाई व्यवस्था और श्रद्धालुओं को पानी पिलाने के लिए व्यवस्था के लिए 75 अतिरिक्त सेवादार रखे गए हैं. शहर में सफाई व्यवस्था के लिए 60 अतिरिक्त सफाई कर्मी मंदिर न्यास ने लगाए हैं. 50 होमगार्ड मंदिर न्यास ने शहर और मंदिर परिसर के लिए अतिरिक्त बुलाए हैं.

श्रद्धालुओं को लाइनों में दर्शनों के लिए डोर मेटल डिटेक्टर, हैंड मेटल डिटेक्टर से जांच करके ही भेजा जा रहा है. नवरात्रों के दौरान मंदिर के अंदर नारियल ले जाने पर पूर्णतया प्रतिबंध है, मंदिर ट्रस्ट के प्रधान दिव्यांशु भूषण दत्त ने बताया कि नवरात्रों पर सभी व्यवस्था बना ली गई है. नवरात्रों में बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा में कोई भी कमी नहीं रखी जाएगी.

श्रद्धालुओं को लाइनों में दर्शनों के लिए डोर मेटल डिटेक्टर, हैंड मेटल डिटेक्टर से जांच करके ही भेजा जा रहा है. नवरात्रों के दौरान मंदिर के अंदर नारियल ले जाने पर पूर्णतया प्रतिबंध है, मंदिर ट्रस्ट के प्रधान दिव्यांशु भूषण दत्त ने बताया कि नवरात्रों पर सभी व्यवस्था बना ली गई है. नवरात्रों में बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा में कोई भी कमी नहीं रखी जाएगी.

पर प्रकाशित: 30 मार्च 2025 11:47 AM (IST)

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Mint kapil

I am an independent thinker and student. I like writing blogs a lot. I have been writing for the last 4 years.

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