
एमएस धोनी
आईपीएल के इस बचे हुए सीजन में अब एमएस धोनी चेन्नई सुपरकिंग्स की कप्तानी करेंगे। टीम ने इस साल पहला मैच जीता था, इसके बाद लगातार बैक टू बैक चार मैच हारकर टीम इस वक्त अंक तालिका में नौवें नंबर पर है। पांच बार की चैंपियन को ये नंबर कतई नहीं भाता। लेकिन जो हकीकत है, वो तो बतानी ही पड़ेगी। अब धोनी टीम के नए कप्तान हैं, इस साल पहले मैच में बतौर कप्तान टॉस के लिए आए धोनी ने कहीं ना कहीं इशारों इशारों में इस बात का भी खुलासा कर दिया कि टीम आखिर चार मैच क्यों हारी।
सीएसके को टॉस हारकर मिली पहले बल्लेबाज, धोनी भी यही चाहते थे
धोनी जब केकेआर के खिलाफ मैच में टॉस के लिए आए तो वे टॉस हार गए। कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला किया। जो कि हर कप्तान अमूमन करते ही हैं। इसके बाद जब एमएस धोनी से बात की गई तो वे काफी खुश दिखे। उन्होंने मुस्कराते हुए कहा कि वे पहले बैटिंग ही करना चाहते थे। यानी धोनी जो चाहते थे, वो उन्हें मिल गया। धोनी ने इसी दौरान बताया कि टीम कई मौकों पर रनों का पीछा करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन नाकाम रही। धोनी ने बताया कि मैचों के दौरान विकेट थोड़ा धीमा हो गया था। ऐसे में अगर टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिलती है तो मीडिल आर्डर थोड़ा प्रेशर में आ जाता है।
सीएसके को खेलेगी गायकवाड की खेलेगी
रुतुराज गायकवाड के बारे में बात करते हुए धोनी ने कहा कि उनकी कोहनी में फ्रैक्चर है, इस कारण वे अब पूरे टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। धोनी बोले कि वे एक शानदार बल्लेबाज हैं, ऐसे में टीम को उनकी कमी खेलेगी। धोनी बोले कि टीम कई मैच हार चुकी है, इसलिए बुनियादी बातों पर गौर करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि वे कुछ मैच बड़े अंतर से हारे हैं। धोनी ने टीम में दो बदलाव की भी बात बताई। बोले कि रुतुराज गायकवाड की जगह राहुल त्रिपाठी आए हैं, वहीं मुकेश चौधरी की जगह अंशुल कम्बोज को जगह दी गई है।
रनों का पीछा ठीक से नहीं कर पा रही है टीम
इस बीच धोनी की बात और पिछले चार पांच मैचों का हाल देखें तो इसमें काफी समानता नजर आती है। सीएसके की टीम पिछले जो चार मैच हारी है, उसमें टीम ने बाद में बल्लेबाजी की है, यानी रनों का पीछा करते हुए टीम हारी है। शायद ही कारण है कि कंडीशन को ताक पर रखकर धोनी पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे। अब देखना है कि पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम कितना स्कोर बनाती है और उसके बाद क्या टीम के गेंदबाज इसे बचाने में कामयाब होते हैं।